श्री रामायण गान

सरल हिंदी भाषा में श्रीरामायण की अद्वितीय प्रस्तुति

विषय सूची

श्री दुर्गा चालीसा - हिंदी अनुवाद सहित

श्री दुर्गा चालीसा - हिंदी अनुवाद सहित

श्लोक / चौपाई

नमो नमो दुर्गे सुख करनी।

हिंदी अर्थ

हे माँ दुर्गा! आपको बार-बार नमस्कार, आप सुख देने वाली हैं।

श्लोक / चौपाई

नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥

हिंदी अर्थ

आप दुःखों को हरने वाली हैं, बार-बार आपको नमन।

श्लोक / चौपाई

निरंकार है ज्योति तुम्हारी।

हिंदी अर्थ

आपकी ज्योति निराकार है – रूप से परे।

श्लोक / चौपाई

तिहूं लोक फैली उजियारी॥

हिंदी अर्थ

तीनों लोकों में आपकी ज्योति फैली हुई है।

श्लोक / चौपाई

शशि ललाट मुख महाविशाला।

हिंदी अर्थ

आपके ललाट पर चंद्रमा सुशोभित है, आपका मुख विशाल है।

श्लोक / चौपाई

नेत्र लाल भृकुटि विकराला॥

हिंदी अर्थ

आपकी आँखें लाल और भौंहें विकराल हैं, रौद्र रूप दर्शाती हैं।

श्लोक / चौपाई

रूप मातु को अधिक सुहावे।

हिंदी अर्थ

माँ! आपका रूप अत्यंत सुंदर और मनोहारी है।

श्लोक / चौपाई

दरश करत जन अति सुख पावे॥

हिंदी अर्थ

जो भी आपके दर्शन करता है, वह अपार सुख पाता है।

श्लोक / चौपाई

तुम संसार शक्ति लै कीना।

हिंदी अर्थ

आपने ही संसार की समस्त शक्ति धारण की है।

श्लोक / चौपाई

पालन हेतु अन्न धन दीना॥

हिंदी अर्थ

पालन के लिए अन्न और धन का दान करती हैं।

श्लोक / चौपाई

अन्नपूर्णा हुई जग पाला।

हिंदी अर्थ

आप अन्नपूर्णा बनकर जगत का पालन करती हैं।

श्लोक / चौपाई

तुम ही आदि सुन्दरी बाला॥

हिंदी अर्थ

आप ही आदिशक्ति और सुंदर कन्या के रूप में पूजनीय हैं।

श्लोक / चौपाई

प्रलयकाल सब नाशन हारी।

हिंदी अर्थ

प्रलयकाल में सबका संहार करने वाली आप ही हैं।

श्लोक / चौपाई

तुम गौरी शिवशंकर प्यारी॥

हिंदी अर्थ

आप गौरी हैं, शिव शंकर को प्रिय।

श्लोक / चौपाई

शिव योगी तुम्हरे गुण गावें।

हिंदी अर्थ

शिव योगी बनकर आपके गुणों का गान करते हैं।

श्लोक / चौपाई

ब्रह्मा विष्णु तुम्हें नित ध्यावें॥

हिंदी अर्थ

ब्रह्मा और विष्णु भी सदा आपका ध्यान करते हैं।

श्लोक / चौपाई

रूप सरस्वती को तुम धारा।

हिंदी अर्थ

आपने सरस्वती का रूप धारण किया।

श्लोक / चौपाई

दे सुबुद्धि ऋषि मुनिन उबारा॥

हिंदी अर्थ

रिषियों और मुनियों को बुद्धि देकर उनका उद्धार किया।

श्लोक / चौपाई

धरयो रूप नरसिंह को अम्बा।

हिंदी अर्थ

हे अम्बा! आपने नरसिंह रूप धारण किया।

श्लोक / चौपाई

परगट भई फाड़कर खम्बा॥

हिंदी अर्थ

खंभा फाड़कर प्रकट हुईं।

श्लोक / चौपाई

रक्षा करि प्रह्लाद बचायो।

हिंदी अर्थ

प्रह्लाद की रक्षा की।

श्लोक / चौपाई

हिरण्याक्ष को स्वर्ग पठायो॥

हिंदी अर्थ

हिरण्याक्ष को मारकर स्वर्ग भेजा।

श्लोक / चौपाई

लक्ष्मी रूप धरो जग माहीं।

हिंदी अर्थ

जगत में लक्ष्मी रूप धारण किया।

श्लोक / चौपाई

श्री नारायण अंग समाहीं॥

हिंदी अर्थ

और श्री नारायण के अंगों में समाहित हुईं।

श्लोक / चौपाई

क्षीरसिन्धु में करत विलासा।

हिंदी अर्थ

क्षीर सागर में आप विलास करती हैं।

श्लोक / चौपाई

दयासिन्धु दीजै मन आसा॥

हिंदी अर्थ

हे दया की सागर! मेरे मन की आशा पूर्ण कीजिए।

श्लोक / चौपाई

हिंगलाज में तुम्हीं भवानी।

हिंदी अर्थ

हिंगलाज में आप भवानी रूप में विराजमान हैं।

श्लोक / चौपाई

महिमा अमित न जात बखानी॥

हिंदी अर्थ

आपकी महिमा अपरंपार है, जिसे शब्दों में नहीं बाँधा जा सकता।

श्लोक / चौपाई

मातंगी अरु धूमावति माता।

हिंदी अर्थ

आप ही मातंगी और धूमावती माता हैं।

श्लोक / चौपाई

भुवनेश्वरी बगला सुख दाता॥

हिंदी अर्थ

भुवनेश्वरी और बगला के रूप में सुख प्रदान करती हैं।

श्लोक / चौपाई

श्री भैरव तारा जग तारिणी।

हिंदी अर्थ

आप श्री भैरव की तारा और जगत की तारिणी हैं।

श्लोक / चौपाई

छिन्न भाल भव दुःख निवारिणी॥

हिंदी अर्थ

छिन्नमस्ता रूप में भवसागर के दुःख हरती हैं।

श्लोक / चौपाई

केहरि वाहन सोह भवानी।

हिंदी अर्थ

हे भवानी! आप सिंह पर सवारी करते हुए शोभायमान हैं।

श्लोक / चौपाई

लांगुर वीर चलत अगवानी॥

हिंदी अर्थ

वीर हनुमान आपकी अगवानी करते हैं।

श्लोक / चौपाई

कर में खप्पर खड्ग विराजै।

हिंदी अर्थ

आपके हाथ में खप्पर और तलवार सुशोभित हैं।

श्लोक / चौपाई

जाको देख काल डर भाजै॥

हिंदी अर्थ

जिनके दर्शन से काल भी भयभीत हो जाता है।

श्लोक / चौपाई

सोहै अस्त्र और त्रिशूला।

हिंदी अर्थ

आपके हाथों में अस्त्र और त्रिशूल शोभा पा रहे हैं।

श्लोक / चौपाई

जाते उठत शत्रु हिय शूला॥

हिंदी अर्थ

जिनसे शत्रु के हृदय में पीड़ा उत्पन्न होती है।

श्लोक / चौपाई

नगरकोट में तुम्हीं विराजत।

हिंदी अर्थ

आप नगरकोट में विराजमान हैं।

श्लोक / चौपाई

तिहुंलोक में डंका बाजत॥

हिंदी अर्थ

तीनों लोकों में आपकी जयघोष गूंजती है।

श्लोक / चौपाई

शुंभ निशुंभ दानव तुम मारे।

हिंदी अर्थ

आपने शुंभ और निशुंभ जैसे दानवों का वध किया।

श्लोक / चौपाई

रक्तबीज शंखन संहारे॥

हिंदी अर्थ

रक्तबीज जैसे दैत्यों को भी नष्ट किया।

श्लोक / चौपाई

महिषासुर नृप अति अभिमानी।

हिंदी अर्थ

अत्यंत अभिमानी राजा महिषासुर।

श्लोक / चौपाई

जेहि अघ भार मही अकुलानी॥

हिंदी अर्थ

जिसके पाप से धरती व्याकुल हो गई थी।

श्लोक / चौपाई

रूप कराल कालिका धारा।

हिंदी अर्थ

आपने कालिका का कराल रूप धारण किया।

श्लोक / चौपाई

सेन सहित तुम तिहि संहारा॥

हिंदी अर्थ

और उसकी समस्त सेना सहित उसका नाश किया।

श्लोक / चौपाई

परी गाढ़ संतन पर जब जब।

हिंदी अर्थ

जब-जब संतों पर संकट आया।

श्लोक / चौपाई

भई सहाय मातु तुम तब तब॥

हिंदी अर्थ

तब-तब हे माँ! आपने उनकी सहायता की।

श्लोक / चौपाई

अमरपुरी अरु बासव लोका।

हिंदी अर्थ

स्वर्ग और ब्रह्मलोक में भी।

श्लोक / चौपाई

तब महिमा सब रहें अशोका॥

हिंदी अर्थ

आपकी महिमा से सब शोक रहित रहते हैं।

श्लोक / चौपाई

ज्वाला में है ज्योति तुम्हारी।

हिंदी अर्थ

ज्वालामुखी में भी आपकी ज्योति विद्यमान है।

श्लोक / चौपाई

तुम्हें सदा पूजें नर-नारी॥

हिंदी अर्थ

आपको सदा नर और नारी पूजते हैं।

श्लोक / चौपाई

प्रेम भक्ति से जो यश गावें।

हिंदी अर्थ

जो भक्त प्रेम और भक्ति से आपका यश गाते हैं।

श्लोक / चौपाई

दुःख दारिद्र निकट नहिं आवें॥

हिंदी अर्थ

उन्हें दुःख और दरिद्रता कभी नहीं सताते।

श्लोक / चौपाई

ध्यावे तुम्हें जो नर मन लाई।

हिंदी अर्थ

जो व्यक्ति मन लगाकर आपको ध्यान करता है।

श्लोक / चौपाई

जन्म-मरण ताकौ छुटि जाई॥

हिंदी अर्थ

उसे जन्म और मृत्यु के बंधन से मुक्ति मिलती है।

श्लोक / चौपाई

जोगी सुर मुनि कहत पुकारी।

हिंदी अर्थ

योगी, देवता और मुनि पुकार कर कहते हैं।

श्लोक / चौपाई

योग न हो बिन शक्ति तुम्हारी॥

हिंदी अर्थ

आपकी शक्ति के बिना योग संभव नहीं है।

श्लोक / चौपाई

शंकर आचारज तप कीनो।

हिंदी अर्थ

शंकराचार्य ने घोर तपस्या की।

श्लोक / चौपाई

काम अरु क्रोध जीति सब लीनो॥

हिंदी अर्थ

काम और क्रोध पर विजय पाकर समाधिस्थ हुए।

श्लोक / चौपाई

निशिदिन ध्यान धरो शंकर को।

हिंदी अर्थ

नित्य शिव का ध्यान करते रहे।

श्लोक / चौपाई

काहु काल नहिं सुमिरो तुमको॥

हिंदी अर्थ

लेकिन उन्होंने आपको स्मरण नहीं किया।

श्लोक / चौपाई

शक्ति रूप का मरम न पायो।

हिंदी अर्थ

वे आपकी शक्ति का रहस्य नहीं जान पाए।

श्लोक / चौपाई

शक्ति गई तब मन पछितायो॥

हिंदी अर्थ

और जब शक्ति चली गई तो वे पछताए।

श्लोक / चौपाई

शरणागत हुई कीर्ति बखानी।

हिंदी अर्थ

तब उन्होंने आपकी शरण ली और कीर्ति का बखान किया।

श्लोक / चौपाई

जय जय जय जगदम्ब भवानी॥

हिंदी अर्थ

जय हो, जय हो, हे जगदम्बा भवानी!

श्लोक / चौपाई

भई प्रसन्न आदि जगदम्बा।

हिंदी अर्थ

आदि शक्ति प्रसन्न हुईं।

श्लोक / चौपाई

दई शक्ति नहिं कीन विलम्बा॥

हिंदी अर्थ

और उन्होंने तुरंत शक्ति लौटा दी।

श्लोक / चौपाई

मोको मातु कष्ट अति घेरो।

हिंदी अर्थ

हे माँ! मुझे अत्यधिक कष्टों ने घेर लिया है।

श्लोक / चौपाई

तुम बिन कौन हरै दुःख मेरो॥

हिंदी अर्थ

आपके सिवा मेरा दुःख कोई नहीं हर सकता।

श्लोक / चौपाई

आशा तृष्णा निपट सतावें।

हिंदी अर्थ

आशा और तृष्णा मुझे सताती हैं।

श्लोक / चौपाई

रिपू मुरख मौही डरपावे॥

हिंदी अर्थ

शत्रु और मूर्ख मुझे डराते हैं।

श्लोक / चौपाई

शत्रु नाश कीजै महारानी।

हिंदी अर्थ

हे महारानी! मेरे शत्रुओं का नाश कीजिए।

श्लोक / चौपाई

सुमिरौं इकचित तुम्हें भवानी॥

हिंदी अर्थ

मैं एकचित्त होकर आपका स्मरण करता हूँ।

श्लोक / चौपाई

करो कृपा हे मातु दयाला।

हिंदी अर्थ

हे दयामयी माँ! कृपा कीजिए।

श्लोक / चौपाई

ऋद्धि-सिद्धि दै करहु निहाला।

हिंदी अर्थ

ऋद्धि-सिद्धि देकर कृपापूर्वक निहाल कीजिए।

श्लोक / चौपाई

जब लगि जिऊं दया फल पाऊं।

हिंदी अर्थ

जब तक मैं जीवित रहूं, आपकी दया का फल पाऊं।

श्लोक / चौपाई

तुम्हरो यश मैं सदा सुनाऊं॥

हिंदी अर्थ

और सदा आपका यश गाता रहूं।

श्लोक / चौपाई

दुर्गा चालीसा जो कोई गावै।

हिंदी अर्थ

जो कोई श्रद्धा से दुर्गा चालीसा गाता है।

श्लोक / चौपाई

सब सुख भोग परमपद पावै॥

हिंदी अर्थ

वह सभी सुख भोगता है और परम पद को पाता है।

श्लोक / चौपाई

देवीदास शरण निज जानी।

हिंदी अर्थ

देवीदास (कवि) आपको अपनी शरण मानते हैं।

श्लोक / चौपाई

करहु कृपा जगदम्ब भवानी॥

हिंदी अर्थ

हे जगदम्बा भवानी! उन पर कृपा कीजिए।