भाग १९ — शिव गाथा
प्रकाशित: 27 अक्टूबर 2025
प्रथम खंड
हिन्दी
जय जय श्री सीता राम।
हर हर महादेव बोलो,
शिव शक्ति की, जय।
शिव शक्ति की जय बोलो!
शिव शक्ति की जय!
आइए प्रेम से सुने और गायें,
नारद -ब्रह्मा का, मधुर संवाद,
शिव-शक्ति लीला का, अमृत प्रसाद।
पूछें पिता से, देवर्षि नारद,
महादेव–सती की मंगल गाथा।
शिव–शिवा की पावन गाथा,
जो, प्रेम भक्ति की, अमर परिभाषा।
कृपा, ब्रह्मा जी ने करके सुना डाली फिर सुंदर गाथा।
शिव-सती की सुंदर गाथा,
शिव-पार्वती की मंगल गाथा,
प्रेम से सुनिए,
शिव-शिवा की अद्बुत गाथा।
हर हर महादेव बोलो,
शिव शक्ति की, जय।
शिव शक्ति की जय बोलो!
शिव शक्ति की जय!
सुनो मुने,
शिव की लीला है ये अपार,
स्वतंत्र प्रभु, जो निर्विकार।
देवी सती की, वही है महिमा,
जो है शम्भू-शंकर की महिमा।
किसी की ना हुई क्षमता ऐसी,
शिवा-शंकर की रचना जैसी।।
शिव परमेश्वर, शिव परमात्मा,
शिव परम ब्रह्म, हर जीव की आत्मा।
श्री हरि विष्णु जिनका, भजन करें
ब्रह्मा और सनकादि, नमन करें ।
देव, मुनि, सिद्ध, महात्मा सदा,
शिव–शंकर को नमन करें ॥
शेष अनंत मुखों से, गुणगान करें,
फिर भी, महिमा ना पार करें।
वे ही शंकर, सबके आधार,
वे ही ईश्वर, निर्विकार।
तत्व-विभ्रम भी उनकी लीला,
अगम अनोखी शिव की लीला।।
किसी का दोष नहीं है इसमें,
शिव ही प्रेरक, सत्य हैं इसमें॥
हर हर महादेव बोलो,
शिव शक्ति की, जय।
हर हर महादेव बोलो,
शिव शक्ति की, जय।
हर हर महादेव बोलो,
शिव शक्ति की, जय।
हर हर महादेव बोलो,
शिव शक्ति की, जय।
शिव शक्ति की जय बोलो!
शिव शक्ति की जय!
जय जय श्री सीता राम।।।
जय जय श्री सीता राम।।।
जय जय श्री सीता राम।।।