भाग १८ — शिव-शक्ति की जय
प्रकाशित: 27 अक्टूबर 2025
प्रथम खंड
हिन्दी
जय जय श्री सीता राम,
हर हर महादेव बोलो,
शिव शक्ति की, जय।
हर हर महादेव बोलो,
शिव शक्ति की, जय।
हर हर महादेव बोलो,
शिव शक्ति की, जय।
हर हर महादेव बोलो,
शिव शक्ति की, जय।
शिव शक्ति की जय बोलो!
शिव शक्ति की जय!
जय गणपति श्री गणेश,
विघ्न हरो, मेरे सर्वेश ।
आपके चरणों में, शीश नवाऊँ,
शिव शक्ति लीला, लिखने जाऊँ।
लीला जो, मन को लुभाये,
हर पंक्ति, भक्ति जगाये।
लीला में, बाधा ना आए,
आपकी, कृपा से सब हो जाये ।
ॐ श्री गण गणपते नमः
ॐ श्री गण गणपते नमः
जय गुरुदेव, करूं नमन,
आपके चरणों में, अर्पण मन।
जय गुरुदेव, करूं नमन,
आपके चरणों में, अर्पण मन।
जय महादेव, उमापति,
जय त्रिपुरारी, त्रिनेत्र धारी।
त्रिनेत्र धारी,
जय त्रिनेत्र धारी
हर हर महादेव बोलो,
शिव शक्ति की, जय।
हर हर महादेव बोलो,
शिव शक्ति की, जय।
हर हर महादेव बोलो,
शिव शक्ति की, जय।
हर हर महादेव बोलो,
शिव शक्ति की, जय।
शिव शक्ति की जय बोलो!
शिव शक्ति की जय!
श्री राम लीला से पहले,
महादेव लीला, गान करें।।।
शिव शक्ति लीला, गान करें।।।
शम्भू कृपा बिन, राम भक्ति ना संभव,
राम लीला में, प्रवेश ना संभव।।।
जो होवे प्रसन्न, त्रिपुरारी,
तब देते, राम भक्ति न्यारी।।
तब देते, राम भक्ति न्यारी।।
श्री राम की भक्ति प्यारी।।।
श्री राम की भक्ति प्यारी।।।
शिव उपासक रहे, हरि का प्यारा,
हरि भक्त हो, शिव का दुलारा।
किसी एक से बैर जतावे रे,
वो नरक मार्ग ही पावे रे।
नर्क वास ही पावे रे…
हरि हर बोले, समस्त संसार,
शंकर राम की, जय जयकार।
जय जयकार…
जय जयकार…
हर हर महादेव बोलो,
शिव शक्ति की, जय!
हर हर महादेव बोलो,
शिव शक्ति की, जय!
हर हर महादेव बोलो,
शिव शक्ति की, जय।
हर हर महादेव बोलो,
शिव शक्ति की, जय।
शिव शक्ति की जय बोलो!
शिव शक्ति की जय!
जय जय श्री सीता राम।