भाग ५ — श्री हनुमान वंदना
प्रकाशित: 28 जुलाई 2025
प्रथम खंड - मंगलाचरण
हिन्दी
जय जय श्री सीता राम
जय जय श्री सीता राम
जय जय श्री सीता राम
बाल ब्रह्मचारी,
करूँ वंदना तुम्हारी,
भक्ति तुम्हारी,
अति हितकारी,
दया तुम्हारी,
जन हितकारी,
लीला न्यारी, श्री राम हितकारी
श्री राम को, प्यारी ।।
वीर हनुमाना,
अतुलित, बल धामा,
रोम रोम बसाये,
श्री राम भगवाना,
शौर्य तुम्हारा
जगत उजियारा,
स्मरण तुम्हारा,
कलिकाल हारा।।
प्राण प्यारे,
श्री राम दुलारे,
काज सवारे,
कष्ट उबारे,
भक्त उद्धारे,
श्री राम सहारे,
किये सुखारे।।
वीर हनुमाना,
अतुलित, बल धामा,
रोम रोम बसाये,
श्री राम भगवाना,
गति प्रवीणा,
काम सब कीना,
वचन निभाये,
सत्य दिखाये,
निर्भय बनाये,
मोह हटाये,
पथ दिखाये ।।
वीर हनुमाना,
अतुलित, बल धामा,
रोम रोम बसाये,
श्री राम भगवाना ।।
समुद्र, लाँघा
विश्राम ना मांगा
विभीषण, दर्श दिखाये
सिया, सुधि लाए,
वाटिका उजाड़े,
निसाचर मारे,
लंका जलाये,
संदेश सुनाये,
सेतु बनाये,
शत्रु हराये।।
वीर हनुमाना,
अतुलित, बल धामा,
रोम रोम बसाये,
श्री राम भगवाना ।।
दुष्ट गिराना,
भक्त बचाना,
सेवा कराना,
नाम जपाना ,
गति बढ़ाना,
बुद्धि जगाना,
भक्ति बचाना,
दया बरसाना ।।
वीर हनुमाना,
अतुलित, बल धामा,
रोम रोम बसाये,
श्री राम भगवाना ।।
बोलो, श्री हनुमान जी महाराज की, जय
श्री हनुमंत का हो जयगान
आपके चरणों में,
बारम्बार प्रणाम
बारम्बार प्रणाम
जय जय श्री सीता राम
जय जय श्री सीता राम
जय जय श्री सीता राम